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বিচিত্রা: বৈদ্যুতিন রবীন্দ্র-রচনাসম্ভার

Bichitra: Online Tagore Variorum :: School of Cultural Texts and Records

विचित्रा: इलेक्ट्रॉनिक रवीन्द्ररचनावली :: स्कूल ऑफ कल्चरल टेक्स्टस एण्ड रेकॉर्डज़

 
 

कर्ता: स्कूल ऑफ कल्चरल टेक्स्टस एण्ड रेकॉर्डज़, यादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
मुख्य सहायक: रवीन्द्र भवन, विश्वभारती वित्तदाता: संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार

पाण्डुलिपि

manuscriptरवीन्द्रनाथ के अंग्रेज़ी एवं बंगला पाण्डुलिपियों के ४७,६२० पन्नों की छवियाँ एवं प्रतिलिपियाँ
पाण्डुलिपि प्रणाली
 

 

पुस्तक एवं पत्रिका

कृति सूची

bibliographyरवीन्द्रनाथ के हर रचना के हस्तलिखित एवं प्रामाणिक मुद्रित पाठों की कृति सूची
दिग्दर्शन
 

 

खोज

search
रवीन्द्रनाथ के किसी भी रचना में किसी भी बंगला अथवा अंग्रेज़ी शब्द एवं वाक्यांश की खोज करने की व्यवस्था
 

पाठान्तर

collationरवीन्द्रनाथ की कृतियों का अभूतपूर्व त्रिस्तरीय स्थूल एवं सूक्ष्म पाठान्तर
नियमावली
 

 

सन्देश

  • नया संयोजन new
     

    रचनावली अथवा अन्य संग्रह में किसी एक कृति की छवि देखने के लिए अब आप को सारी छवियों को स्क्रोल करने की आवश्यकता नहीं है। केवल कृति सूची के माध्यम से आवश्यक कृति को निर्धारित कर प्रासंगिक संस्करण पर क्लिक करने से आप उस पन्ने पर पहुँच जाएंगे । हमने रचनावली में नाटक के शीर्षकों से यह प्रयास आरंभ किया है। क्रमशः यह सेवा अन्य शीर्षकों एवं संग्रहों के लिए भी उपलब्ध होगी।

    — २४/०४/२०१५

  • विडियो
    प्रायोजना की एक छोटी विडियो प्रस्तुति यहाँ उपलब्ध है: देखिये
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पाण्डुलिपि

रवीन्द्रनाथ के अंग्रेज़ी एवं बंगला पाण्डुलिपियों के ४७,६२० पन्नों की छवियाँ एवं प्रतिलिपियाँ

पुस्तक एवं पत्रिका

रवीन्द्रनाथ के मुद्रित लेखों के ९१,६३७ पन्नों की छवियाँ

कृति सूची

रवीन्द्रनाथ के हर रचना के हस्तलिखित एवं प्रामाणिक मुद्रित पाठों की कृति सूची

खोज

रवीन्द्रनाथ के किसी भी रचना में किसी भी बंगला अथवा अंग्रेज़ी शब्द एवं वाक्यांश की खोज करने की

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रवीन्द्रनाथ की कृतियों का अभूतपूर्व त्रिस्तरीय स्थूल एवं सूक्ष्म पाठान्तर

कालक्रमानुसारी सूची

पुस्तकों एवं पत्रिकाओं की कालक्रमानुसारी सूची

"तेरे सुर की रोशनी जगजग में छाती जाये
तेरे सुर की हवा आसमानों में बहती जाये"

विचित्रा इलेक्ट्रॉनिक रवीन्द्र रचनावली का काम यादवपुर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कल्चरल टेक्स्टस एण्ड रेकॉर्डज़ द्वारा किया गया है । इस काम का वित्तपोषण रवीन्द्रनाथ ठाकुर के १५०वे जन्मदिन के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा हुआ ।
इस वेबसायिट में रवीन्द्रनाथ की संपूर्ण रचनावाली उपलब्ध है । रवीन्द्रनाथ के चिट्ठियों, भाषणों, पाठ्यपुस्तकों और अनुवादित लेखों (इनमें रवीन्द्रनाथ ठाकुर के स्वानुवादित लेख नहीं गिने जायेंगे) के बगैर, यहाँ पाठक को रवीन्द्रनाथ की हर बंगला एवं अग्रेज़ी कृति मिलती है ।
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