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বিচিত্রা: বৈদ্যুতিন রবীন্দ্র-রচনাসম্ভার

Bichitra: Online Tagore Variorum :: School of Cultural Texts and Records

विचित्रा: इलेक्ट्रॉनिक रवीन्द्ररचनावली :: स्कूल ऑफ कल्चरल टेक्स्टस एण्ड रेकॉर्डज़

 
 

विचित्रा प्रायोजना

रवीन्द्रनाथ के १५०वे जन्मदिन के अवसर पर भारत सरकार ने 'विचित्रा' प्रायोजना की वित्तव्यवस्था की । इस प्रायोजना का संपूर्ण वित्तपोषण भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा हुआ । इस प्रायोजना का कार्यान्वय अप्रैल २०११ ई. और मार्च २०१३ ई. के बीच में पूरा हुआ ।

सामग्री संग्रहण से संपादन और वेब्सायिट प्रस्तुति तक सारा काम स्कूल ऑफ कल्चरल टेक्स्टस एण्ड रेकॉर्डस ने किया है । अधिकांश मूल पाण्डुलिपियों, पुस्तकों और पत्रिकावों को शान्तिनिकेतन के रवीन्द्र भवन ने उपलब्ध कराया; छवियाँ सी-डैक (प्रगत संगणन विकास केन्द्र) ने दी । बाकी सामग्रियों को उपलब्ध कराने वाली सहयोगी संस्थायें है: हार्वर्ड विश्वविद्यालय के ह्यूटन पुस्तकालय, कोलकाता और यादवपुर विश्वविद्यालयों के केन्द्रीय पुस्तकालय, वंगीय साहित्य परिषत्, कोलकाता के सेंटर फॉर स्टडीज़ इन सोशल सायेन्सज़, लण्डन विश्वविद्यालय के सेनट हाउस पुस्तकालय, भारत के राष्ट्रिय पुस्तकालय | कई निजि संग्राहकों ने भी सहयोग किया ।

'विचित्रा' किसी भी भाषा में पहली वेब्सायिट है जो एक लेखक संबंधित इतना बड़ा संपूर्ण ज्ञानभंडार (integrated knowledge site) है । रवीन्द्रनाथ के अधिकांश चिट्ठियों, भाषणों, पाठ्यपुस्तकों और दूसरे भाषावों से उनके द्वारा बंगला में अनुवादित लेखों के बगैर, यहाँ उनकी हर बंगला एवं अग्रेज़ी रचना मौजूद है । पाठक को यहाँ यह सब मिलते हैं :

इस प्रायोजना के निदेशक रहे यादवपुर विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त मानद प्राध्यापक (प्रोफेसर इमेरिटस), श्र्री सुकान्त चौधरी । सलाहकार रहे कवि और यादवपुर विश्वविद्यालय के भूतपूर्व बँगला प्राध्यापक, श्री शंख घोष । प्रायोजना के कुछ ३० कर्मप्रचालकों का एक दल ने दो वर्षों के लिये पाठ-सामग्री इत्यादि का काम किया एवं वेब्सायिट बनाया । कई अन्य सलाहकारों और सहायकों ने प्रायोजना की सहायता की ।

प्रायोजना की एक छोटी विडियो प्रस्तुति यहाँ उपलब्ध है: http://youtu.be/GRNT9pf-sWA